कल मेरे एक मित्र ने मुझे
फ़ोन कर अपनी कुछ शंका जाहिर की , हमारे संगठन के क्रिया कलाप के ऊपर ll आज जब
मैंने एक ब्लॉग देखा तो मेरा मन हुआ की आप लोगों को भी इसकी जानकारी दूं ll मैंने
उन्हें जो जवाब दिया उसके कुछ अंश यहाँ लिख रहा हूँ ll उम्मीद करता हूँ की सायद
हमारी मंशा काफी हद तक जग जाहिर हो जायेगी ll पहली बात ये की हम किसी भी राजनैतिक
, जातिगत , दल या संगठन का न तो नेतृत्व करते हैं और न समर्थन ll किसी भी देश के
इतिहास में एक साल का समय बहुत कम होता है , लेकिन कभी कभी ऐसा होता है की एक पल
में सब कुछ बदल जाता है ll ो अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी ll पिछले साल देश की राजनीति
में एक निर्णायक बदलाव आया l उस बदलाव का सिलसिला बदस्तूर जारी है l देश इस समय
आशावाद और अतिवाद के बिच झूल रहा है l
लोकसभा चुनाव में श्री
नरेन्द्र मोदी की जित ने देश में एक उम्मीद और आशा का संचार किया लेकिन हमें यह
नहीं भूलना चाहिए की राजनीति में कभी बड़े से बड़े बदलाव से भी कुछ नहीं होता और कभी
कभी बहुत कुछ बदल जाता है ll
श्रीमान मोदी जी को पद भर
संभाले 7 महीने से ऊपर हो गया है l इस दौरान उन्होंने कई घरेलू कार्यक्रमों और
नीतियों की घोषणा की है l घरेलू और विदेशी मोर्चे पर उठाये गए कदमो से पता चलता है
की लोकसभा चुनाव के दौरान किये गए वादों को निभाने के लिए मोदी जी कितने गंभीर हैं
ll श्रीमान मोदी आज देश के सबसे ताकतवर नेता हैं l पार्टी और सरकार में उनकी मर्जी
के बिना कुछ भी नहीं होना संभव नहीं है ll
प्रधानमंत्री मोदी देश के
आगे यानी भविष्य की ओर ले जाना चाहते हैं l लेकिन उनकी पार्टी से जुड़े कुछ संगठन
के लोग और मुस्लिम कट्टरपंथियों और उनके दलों को समर्थन देने वाले दल देश को अतीत
में ले जाना चाहते हैं ll इस बात को सोचे बिना की ओ सही कर रहे हैं या गलत ..!!
सवाल इस बात का है की देश और समाज को इस समय जरूरत किस बात की है , हिन्दू संगठनो
के कार्यक्रम..... मुस्लिम संगठनो के बर्बरता पूर्वक चलाये जा रहे अभियानों में
शरीक होने वाले युवाओं पे ज़रा नज़र डालिए कौन है ये लोग ? इन संगठनो को क्यों मिल
जाते हैं ये युवा ? किसी सामाजिक संसथान ने ये पता लगाने की कोशिस नहीं की और अगर
पता लगाये तो इस भीड़ में शामिल युवाओं के एजुकेशन और आर्थिक स्थिति के कई नए
खुलासे हो सकते हैं ..!! मैं अपने अनुभव से आधार पर कह सकता हूँ की इन युवाओं में
सबसे ज्यादा बेरोजगार और नाकारा लोग होते हैं जो किसी भी प्रकार के रोजगार के
कार्यक्रम में कभी फिट नहीं हो सकते ll ये नाकारे लोग ही इस प्रकार के संगठनो के
सिपाही बनते हैं l समाज के उपेक्षा झेल रहे ये युवा अचानक अपने आप को बहुत
महत्वपूर्ण समझने लगते हैं ll आज मोदी जी को दो बातों का सामना करना पड रहा है...
देश को विदेशी निवेस के लिए तैयार करना और ऐसे सभी संगठनो पे नियंत्रण करना जो
बेरोजगारी को बढ़ावा दे रहे हैं ll मोदी सरकार केंद्र में विकास के अजेंडे पर आई है
और इसे इससे पीछे भी नहीं हटना चाहिए और न ही किसी को ऐसा करने का मौका देना चाहिए
ll फिर ये चाहे कोई धार्मिक संगठन हो या बीजेपी के कुछ नेता या फिर विपक्षी दल ll परिश्थितियाँ कुछ भी हो
लेकिन हाल ही में जारी सरकारी अध्यादेश सरकार की इस मंशा को जाहिर करती है की
सरकार किसी भी कीमत पर विकास के रस्ते पर देश को आगे ले जाना चाहती है l विकास के
इस लहर में किसी उन्मादी संगठन को मौका न देते हुए पूर्वांचल राज्य मोर्चा आप
लोगों को हर हालत में सिर्फ और सिर्फ विकास का इस्तकबाल करने के लिए तैयार रहने का
सुझाव देती है ll नव वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ आप का अपना दुर्गेश दुबे
No comments:
Post a Comment